स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के समन्वयक के के गुप्ता ने केन्द्रीय जल शक्ति मन्त्री सी आर पाटिल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को किया ज्ञापन प्रेषित

दैनिक जनता आवाज | 04 Jan 2025 03:39

डूंगरपुर/ उदयपुर (दैनिक जनता आवाज खबर नेटवर्क)

राजस्थान के ग्रामीण अंचलों विशेष कर डूँगरपुर ज़िले में बने हुए तालाबों एवं नदियों की साफ सफाई और रखरखाव के साथ जल संचय संरक्षण और संवर्द्धन के लिए विशेष निर्देश जारी किए जायें--के के गुप्ता*

डूँगरपुर/ उदयपुर ।भारत सरकार के युवा और खेल मन्त्रालय में स्वच्छ और विकसीत भारत के मानद रिसोर्स पर्सन तथा राजस्थान सरकार के स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के समन्वयक के के गुप्ता ने केन्द्रीय जल शक्ति मन्त्री सी आर पाटिल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को ज्ञापन प्रेषित कर प्रदेश के ग्रामीण अँचलों में बने हुए तालाबों एवं नदियों की साफ सफाई और रखरखाव करवाने के साथ जल संचय संरक्षण और संवर्द्धन के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाए ।


गुप्ता ने डूँगरपुर ज़िले के सागवाड़ा के निकट मोरन नदी के किनारे स्थित खड़गदा गाँव में जल संचय एवं जल संरक्षण के लिए आयोजित कथा के भव्य आयोजन में भाग लेने आये केन्द्रीय जल शक्ति मन्त्री सी आर पाटिल और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को गायत्री परिवार मन्दिर प्रांगण में यह ज्ञापन प्रेषित करते हुए आदिवासी बहुल वागड़ अंचल के डूँगरपुर जिले के गांवो में बने हुए तालाबों एवं नदियों की साफ सफाई और रखरखाव करवाने का आग्रह किया, ताकि जल संचय एवं जल संरक्षण की दिशा में कारगर एवं जन उपयोगी कार्य हो सकें। उन्होंने बताया कि नदियों और तालाबों के जल ग्रहण क्षेत्रों में अतिक्रमण होने से ये जल स्त्रोत धीरें धीरें समाप्त हों रहें है।उन्होंने माँग की कि नदियों और तालाबों केचमेंट एरिया का सर्वेक्षण कर अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया जाना चाहिये। साथ ही ग्रामीण विकास मन्त्रालय को विशेष बजट आवंटित करा नदियों और तालाबों में जल संचय और संवर्धन के कार्य कराने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत हैं।


गुप्ता ने ज्ञापन में लिखा कि भूजल एवं सतही पानी की कमी वाले राजस्थान कई ग्राम पंचायतों और गांवो में मॉडल तालाब एवं परम्परागतजल स्त्रोत युक्त तालाब बने हुए हैं लेकिन ज्यादातर तालाब गंदगी से भरे पड़े हैं। उनके चारों तरफ अतिक्रमण हैं।इनमें गंदा पानी जा रहा है एवं यें तालाब पोखर बन गंदगी का अड्डा बन चुके हैं तथा इनका सीमांकन नहीं होने से तालाब की सीमा का पता ही नहीं चला पा रहा है जिस कारण इनमें आये दिन अतिक्रमण हो रहें है। गाँवों में जल का प्रमुख स्रोत माने जाने वाले इन तालाबों में वर्षा का जल एकत्र नहीं होने के कारण पशुओं को पीने का साफ पानी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है । साथ ही आसपास के क्षेत्र के भूजल स्तर में भी वृद्धि नहीं हो पाने से हैण्डपम्प आदि सूख रहें हैं।। इसका असर प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना जल जीवन मिशन पर भी पड़ रहा हैं और हर-घर नल पहुंचाने के काम में दिक्कत आ रही हैं।क्योंकि जल आपूर्ति के प्रमुख स्रोत गांव के तालाब और धरती के अंदर के जल को नल कूप के माध्यम से ही उपयोग में लेने में बाधायें आ रही हैं।

 

गुप्ता ने बताया कि मैंने स्वयं कुछ दिनों पूर्व डूंगरपुर जिले की पंचायत समिति की ग्राम पंचायत नराणिया और पुनाली तथा पंचायत समिति सागवाड़ा की ग्राम पंचायत बरबुदनिया में स्वच्छता के कार्यों का निरीक्षण एवं तालाबों का अवलोकन किया था। दुर्भाग्य से यें तालाब गंदगी से भरे हुए थे, गांव का गंदा पानी भी तालाब में आ रहा था तथा ये जल स्त्रोत आवारा पशुओं और जहरीलें जीव जंतुओं तथा गंदगी से भरे हुए थे। जिससे ग्रामवासी भी बीमारियां फैलने से आशंकित एवं भयभीत थे ।


गुप्ता ने अपने ज्ञापन में माँग रखी कि राज्य के समस्त गांवो में बने हुए तालाबों की उचित साफ-सफाई और स्वच्छता कराई जायें।तालाब तक पहुंचने के मार्ग सुगम बनाये जाए और आसपास कंटीली झाड़ियां आदि की सफाई होनी चाहिए।तालाबों में जल आवक के मार्ग अतिक्रमण और अन्य किसी भी प्रकार के अवरोध से मुक्त होने चाहिए।तालाबों का सीमांकन किया जाए ताकि तालाब का कैचमेंट एरिया की जानकारी ग्राम पंचायतों के साथ आम अवाम को प्राप्त हो सके।ग्राम पंचायत द्वारा मॉडल तालाब के रूप में चयनित किए गए तालाबों के रखरखाव पर व्यय राशि की समीक्षा की जानी चाहिए।तालाब की बनी हुई पाल पूर्ण रूप से पक्की होनी चाहिए और उसमें किसी प्रकार का रिसाव अथवा सीपेज नहीं हो।

साथ ही तालाबों में गांव का गंदा पानी नहीं आना चाहिए।गुप्ता ने केन्द्रीय मन्त्री पाटिल और मुख्यमन्त्री शर्मा को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश जारी करने का आग्रह किया।


केन्द्रीय जल शक्ति मन्त्री सी आर पाटिल और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुप्ता को इस सम्बन्ध में यथाशीघ्र कार्यवाही कराने का आश्वासन दिया हैं।

ऐप डाउनलोड

Download app

मौसम

जहाज़पुर मौसम

Youtube

Youtube channel